Madhu varma

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लेखनी कविता - सपना - बालस्वरूप राही

सपना / बालस्वरूप राही


मैंने देखा सपना एक-
फूल-पट्टियाँ बनीं टॉफियाँ,
सारा पेड़ बना है केक।
यह सब माल मिलेगा उसको,
जो बच्चा हो सब से नेक।

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